आज बच्चों की बोर्ड परीक्षाओं के परिणाम आने थे। कथा और वचन को देखते ही दादी ने पूछा, ‘परीक्षाएँ कैसी…
धमाके से दूर-दूर तक का इलाक़ा हिल गया था। कहीं न कहीं तो चूक हुई थी कि आतंकवादी फिर से…
घनघोर काली, अंधेरी रात से काले पुते हुए कैनवास के सामने तूलिका थामे बैठी थी, कृति। अँधेरे कमरे में यदि…