परमाणु – द स्टोरी ऑफ़ पोखरण फ़िल्म के विषय में लगातार सुन रही थी। अवसर मिला, तो देखने भी चली…
बिंदास बोल – भाग-2 ‘अन्दर आ सकता हूँ?’ अंकित की आवाज़ सुन करण ने फ़ाइल पर से चेहरा उठाया। आँखों…
इकोलॉजी और इकॉनमी – पर्यावरण और आर्थिक व्यवस्था औद्योगीकरण रोज़गार और आर्थिक विकास का सीधा रास्ता है। एक कंपनी/ उद्योग…
एक समय था, जब हम अपनी टीचर्स से पूछते "सब सही तो लिखा है, नम्बर क्यों काटे?"और जवाब मिलता था,…
बिंदास बोल ‘स्पष्ट, बिंदास बोलने वाला ये लड़का बहुत आगे जाएगा! इसका आत्मविश्वास और ईमानदारी ही इसे इतना निडर बनाते…
राज़ी – मेरी नज़र में राज़ी देखने को दिल राज़ी हुआ। होना ही था, जीवन की चुनौतियों को जीतती असल…
नेताजी “कृष्णा, मुझे कुछ तो समय दो… तुम जानती हो, मेरे घर के हालात! अभी मैं शादी कैसे कर सकता…
भरोसा और राजनीति पूरा इतिहास भरोसा तोड़ने वालों से भरा पड़ा है। राजनीतिक इतिहास भी, सामाजिक इतिहास भी, और व्यक्तिगत…
लड़की उसकी काली बड़ी आँखें अब गहराई में समा गयी थीं। आँखों के चारों ओर बने काले घेरे न जाने…
युवा होते मन को अक्सर नशे की लत लग जाती है। कुछ तो अपने दोस्तों, संगी-साथियों के साथ नशे की…