श्राद्ध- पितृपक्ष

आजकल श्राद्ध चल रहे हैं… अक्सर सवाल उठता है, ‘श्राद्ध क्यों? क्या पूर्वजों की आत्माएँ हमारे पास आयेंगी? क्या कुत्तों…

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मनाएँ हिंदी दिवस

मनाएँ हिंदी दिवस अहो, हिंदी! पहचान के लिए भटकती हो? अपने ही घर में अपना अस्तित्व खोजती फिरती हो? अंग्रेज़ी…

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शिक्षक दिवस – 5 सितंबर

शिक्षक दिवस- मेरी समझ के कुछ बिखरे मोती…   कुछ शिक्षा पद्धति की दरकार है तो कुछ ज़माने का दस्तूर……

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“कीकी डू यू लव मी?”

“Kiki, do you love me?”   चलती गाड़ी से उतरकर गाड़ी के साथ-साथ नाचते हुए चलना, और फिर कभी किसी…

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इंसानों की दुनिया – जानवरों की दुनिया

किसे प्यार करें? इंसानों की दुनिया बाहर निकलती हूँ, तो सड़क पर छोटे-मोटे सामान बेच रहे बच्चों से कुछ न…

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मेरवाना (मारिजुआना) – भाँग-गाँजा

700 किलो मेरवाना (मारिजुआना) – भाँग-गाँजा 700 किलो मेरवाना (या, मारिजुआना?) सोचकर ही मन घबरा जाए! लेकिन कल रात ही…

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‘बिंदास बोल’- भाग 2- कहानी

बिंदास बोल – भाग-2 ‘अन्दर आ सकता हूँ?’ अंकित की आवाज़ सुन करण ने फ़ाइल पर से चेहरा उठाया। आँखों…

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‘बिंदास बोल’ – कहानी

बिंदास बोल ‘स्पष्ट, बिंदास बोलने वाला ये लड़का बहुत आगे जाएगा! इसका आत्मविश्वास और ईमानदारी ही इसे इतना निडर बनाते…

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